यह टेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड की लैब में किया गया. इस टेस्ट में इस पांडुलिपि को पैगंबर मोहम्मद के दौर के आसपास का बताया गया है. पैगंबर मोहम्मद का जीवनकाल 570 और 632 ईसा पश्चात के बीच रहा है.
दो चर्मपत्रों वाली कुरान की इस पांडुलिपि में 18 से 20 तक सूरा (अध्याय) हैं. यह शुरूआती अरबी लिपि में स्याही से लिखा गया है. यह लिपि हिजाझी कहलाती है.
कुरआन की यह पांडुलिपि विश्वविद्यालय के मिंगाना संग्रह का हिस्सा है, जिसमें मध्यपूर्व की पांडुलिपियों का संग्...
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