पुलिस ने ना ही अपना काम नहीं किया, बल्कि लड़की को नाजुक हालत में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई.
गोरखपुर के सहजनवां के एक गांव की 23 वर्षीय युवती की शादी 2012 में हुई थी. शादी के कुछ समय बाद वह मानसिक रोग से पीड़ित हो गई. इसके बाद से वह अपने मायके में रह रही थी. कुछ दिन पहले वह अपनी ननिहाल गई थी. 20-21 जून की शाम वहां से गायब हो गई. 21 जून की सुबह वह सहजनवां के समधिया चौराहे के पास बेहोश मिली.
स्थानीय लोगों के मुताबिक उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था और कपड़े खून से भीगे हुए थे. शरीर पर नोच-खरोंच के निशान थे. मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पीएचसी सहजनवां में उसके प्राइवेट पार्ट में टांके लगवा दिए और उसके घर छोड़ आए. उसके परिवार को भी कुछ नहीं बताया गया.
मानसिक मंदित युवती ...
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